अकेला रह गया हु,
इस भीड़-भाड़ मे ...
न कोई था, न कोई है,
मेरे पास मे...
आये थे कई हमराही,
मेरे पास मे ....
जागी थी उमीदें,
किसी आस मे ....
छोड़ वो आये,
हमे किसी राह मे ....
उजाले धुंडते है,
अब इस राख मे .....
अकेला रह गया हु,
इस भीड़-भाड़ मे ...
न कोई था, न कोई है,
मेरे पास मे...
2 comments:
atee uttam.
wow! beautiful!!
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